आप’’ सरकार ने मुख्यमंत्री जय भीम योजना को दोबारा किया शुरू, कैबिनेट की लगी मोहर, गरीबों के बच्चे को मिलेगी फ्री कोचिंग
मुख्यमंत्री जय भीम योजना के तहत एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस समाज के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मुफ्त में कराई जाएगी- केजरीवाल
– भाजपा वालों ने काम रोककर दिल्लीवालों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, दिल्लीवाले मेरे परिवार का हिस्सा हैं, उन्हें तकलीफ में नहीं देख सकता- केजरीवाल
– अब मैं जेल से बाहर आ गया हूं और बीजेपी के रोके गए जय भीम योजना समेत सभी कामों को हम दोबारा शुरू करा रहे है- केजरीवाल
– अरविंद केजरीवाल को जेल भेजने का षड्यंत्र रचकर इस योजना को ठप कर दिया गया था, लेकिन उनके विज़न के आगे यह सारे षड्यंत्र धराशायी हो गए- आतिशी
– जय भीम योजना के जरिए प्रतियोगी परीक्षाओं की फ्री कोचिंग पाकर अब युवा दोबारा अपने सपनों को पूरा कर सकेंगे- आतिशी
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर 2024
दिल्ली की ‘‘आप’’ सरकार ने गरीबों के बच्चों की पढ़ाई के लिए एक क्रांतिकारी फैसला लिया है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले गरीब परिवार के छात्रों को मुफ्त कोचिंग दिलाने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री जय भीम योजना को दोबारा शुरू कर दिया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आतिशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिल्ली कैबिनेट ने इस पर मोहर लगा दी। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने यह यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि इस योजना के तहत एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस समाज के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मुफ्त में कराई जाएगी। भाजपा वालों ने काम रोककर दिल्लीवालों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दिल्लीवाले मेरे परिवार का हिस्सा हैं, मैं उन्हें तकलीफ में नहीं देख सकता। अब मैं जेल से बाहर आ गया हूं और बीजेपी द्वारा रोके गए जय भीम योजना समेत सभी कामों को हम दोबारा शुरू करा रहे है।
शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री आतिशी के साथ प्रेसवार्ता कर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब मैं जेल में था, इन्होंने दिल्ली के लोगों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इन्होंने ऐसे-ऐसे काम रोक दिए, जिससे दिल्ली के गरीब और आम आदमी बहुत ज्यादा परेशान हो रहे हैं। इनके लिए दिल्ली के लोग उनकी राजनीति का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन मेरा दिल्ली के लोगों के साथ अलग रिश्ता है। दिल्ली के लोग मेरा परिवार हैं। मैं दिल्ली के लोगों को तकलीफ में नहीं देख सकता। उनका मेरे ऊपर बहुत अहसान है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं जब से जेल से निकला हूं, मेरी कोशिश है कि इन्होंने मुझे जेल भेजकर दिल्ली के जो भी काम रोके, दिल्लीवालों को परेशान किया, उन्हें तकलीफ दी। एक-एक करके हम उन सभी कामों को दोबारा शुरू करवाएं। इसी सिलसिले में आज दिल्ली सरकार ने एक बहुत महत्वपूर्ण फैसला लिया है, जो दिल्ली के दलित, एसटी, ओबीसी समाज और ईडब्ल्यूएस के लिए एक बहुत अच्छी खुशखबरी है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 2017 में हमने मुख्यमंत्री जय भीम योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत हम दलित, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी से आने वाले बच्चों को कोचिंग करने में मदद करते थे। 12वीं के बाद जब मैंने आईआईटी की तैयारी की तो मैंने दो कोचिंग संस्थानों से कोचिंग की थी। उन दिनों में भी कोचिंग बहुत महंगी हुआ करती थी। अगर मैं वो दोनों कोचिंग नहीं करता तो पता नहीं मेरा अच्छा रैंक आता या नहीं और आईआईटी में मेरा दाखिला होता या नहीं। आईआईटी से पास होने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए भी मैंने कोचिंग की थी। अगर मैं वो कोचिंग नहीं करता तो पता नहीं मेरा दाखिला होता या नहीं। लेकिन कोचिंग बहुत महंगी होती है। गरीब, दलित, एसटी और ओबीसी समाज के लोग जिनके पास पैसा नहीं है, उनके बच्चे होशियार हैं क्योंकि उनकी बुद्धिमानी पैसे की मोहताज नहीं है। गरीबों के घर भी होशियार बच्चे पैदा होते हैं। लेकिन उन्हें वो सहूलियत और अवसर नहीं मिलता। हमारी सरकार का मकसद उन्हें भी वही सहूलियत दिलाना और वही अवसर मुहैया करना जो अमीरों के बच्चों को मिलते हैं या जो मुझे मिले।
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि भगवान ने मुझे एक मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा किया। जो अवसर मुझे मिले वो दिल्ली के गरीब से गरीब बच्चे को भी मिलने चाहिए। इन बच्चों को यह अवसर दिलाने के लिए हमने स्कीम निकाली थी कि 12वीं पास करने के बाद या ग्रेजुएशन के बाद अगर कोई बच्चा मेडिकल, इंजीनियरिंग, रेलवे, यूपीएससी या अन्य नौकरी के लिए अगर वह किसी भी कोचिंग में एडमिशन लेता है तो दिल्ली सरकार उसके कोचिंग का सारा खर्चा देती थी। बाद में हमने उन्हें ढाई हजार रुपए महीना भी देना चालू किया था, ताकि पढ़ते समय वह अपने कोचिंग इंस्टीट्यूट आने-जाने समेत बाकी छोटे-मोटे खर्च भी चला सके। लेकिन कोरोना की वजह से इसमें कुछ अड़चने आईं और मेरे जेल जाने के बाद यह स्कीम बिल्कुल ठप्प हो गई। इस योजना को जानबूझकर ठप्प कर दिया गया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज मुझे पूरे दलित, एसटी, ओबीसी समाज और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी से आने वाले लोगों को यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि दिल्ली सरकार ने इस योजना को दोबारा चालू कर दिया है। जितनी पुरानी पेमेंट बकाया थी, जिसकी पेमेंट मेरे जेल जाने के बाद नहीं की गईं, जो पेमेंट रोक दी गई थीं, उनका वेरीफिकेशन करके इंस्टीट्यूट की पूरी पेमेंट कर दी जाएगी। इस योजना का दोबारा रजिस्ट्रेशन चालू करके बच्चों को इसका लाभ दिया जाएगा। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि हमारे खासकर गरीबों के बच्चे खूब फलें-फूलें, आगे बढ़ें, तरक्की करें और देश के विकास में योगदान करें। वे किसी भी तरह से दूसरे वर्गों से पीछे या कम नहीं हैं। हम उन्हें पूरे अवसर देंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम चाहते हैं ज्यादा से ज्यादा लाभार्थी इस योजना का लाभ लें। अपने बच्चों को शिक्षा देने के लिए जितना भी पैसा खर्च करना पड़ेगा हम करेंगे। सरकार का सबसे पहला पैसा शिक्षा पर खर्च होना चाहिए। इसलिए इस योजना में लाभार्थियों की कोई लिमिट नहीं है। यह कोई स्कॉलरशिप योजना नहीं है। छात्र जिस कोचिंग में पढ़ना चाहता है वो वहां जाकर दाखिला ले ले, सरकार सीधे उस कोचिंग इंस्टीट्यूट को पैसे देती है। उनसे पैसे नहीं लिए जाते।
वहीं, मुख्यमंत्री आतिशी ने मुख्यमंत्री जय भीम योजना के दोबारा शुरू करने को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी को जेल भेजने का षड्यंत्र रचकर मुख्यमंत्री जय भीम योजना को ठप कर दिया गया था। लेकिन शिक्षा के जरिए ग़रीब और वंचित वर्ग के बच्चों को आगे बढ़ाने के अरविंद केजरीवाल जी के विज़न के आगे ये सारे षड्यंत्र धराशायी हो गए। आज अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली कैबिनेट ने मुख्यमंत्री जय भीम योजना के दोबारा शुरुआत को मंजूरी दी है। इस योजना के ज़रिए प्रतियोगी परीक्षाओं की फ्री कोचिंग पाकर अब युवा दोबारा अपने सपनों को पूरा कर सकेंगे।