सत्येंद्र जैन ने परिवार के साथ सरस्वती विहार स्थित जैन मंदिर जाकर पूजा अर्चना कर समस्त देशवासियों के कल्याण की कामना की
जेल से बाहर आकर शनिवार देर-रात आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से भी मिलें सत्येंद्र जैन
-अगर न्यायपालिका और संविधान नहीं होता तो भाजपा की केंद्र सरकार मुझे फांसी पर लटका देती- सत्येंद्र जैन
-जब हमने अरविंद केजरीवाल के साथ देश की राजनीति बदलने का अभियान शुरू किया था, तभी से मालूम था कि जेल जाना पड़ सकता है- सत्येंद्र जैन
-इन लोगों ने हमारे नेताओं को जेल भेजकर हमारी पार्टी को तोड़ने की कोशिश की लेकिन वह असफल रहे- सत्येंद्र जैन
-भाजपा वालों ने मुझे तोड़ने के तमाम हथकंडे अपनाए, जिस बैरक में खूंखार हत्यारों को 15 दिन से ज़्यादा नहीं रखा जाता, वहां मुझे महीनों रखा गया- सत्येंद्र जैन
-बैरक मेरे साथ बहुत अत्याचार किया गया, अगर भाजपा मुझे मारना ही चाहती थी तो सीधे फांसी ही दिला देती- सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर 2024
जेल से बाहर आने के बाद पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार देर रात आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को गले लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। वहीं, सत्येंद्र जैन ने पहले दिन की शुरुआत परिवार के साथ सरस्वती विहार स्थित जैन मंदिर जाकर पूजा अर्चना कर समर देशवासियों के कल्याण की कामना की। सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगर न्यायपालिका और संविधान नहीं होता तो भाजपा की केंद्र सरकार मुझे फांसी पर लटका देती। जब हमने अरविंद केजरीवाल के साथ देश की राजनीति बदलने का अभियान शुरू किया था, तभी से मालूम था कि जेल जाना पड़ सकता है। इन लोगों ने हमारे नेताओं को जेल भेजकर हमारी पार्टी को तोड़ने की कोशिश की लेकिन वह असफल रहे। भाजपा वालों ने मुझे तोड़ने के तमाम हथकंडे अपनाए, जिस बैरक में खूंखार हत्यारों को 15 दिन से ज़्यादा नहीं रखा जाता, वहां मुझे महीनों रखा गया। बैरक मेरे साथ बहुत अत्याचार किया गया, अगर भाजपा मुझे मारना ही चाहती थी तो सीधे फांसी ही दिला देती।
सत्येंद्र जैन ने शनिवार सुबह अपने परिवार के साथ सरस्वती विहार में स्थित जैन मंदिर में पूजा अर्चना की और सभी देशवासियों के कल्याण की कामना की। इस दौरान सत्येंद्र जैन ने कहा कि मेरा बहुत सालों से नियम है कि मैं मंदिर से आने के बाद ही अन्न ग्रहण करता हूं। काफी समय तक जेल में रहने की वजह से यहां आकर भगवाने क दर्शन नहीं कर पाया। आज यहां भगवान के दर्शन करके उनका आशीर्वाद लिया। भगवान हमेशा दिल में रहते हैं। भगवान से कुछ मांग नही सकते, वो अपने आप देखेगा। मैं हर रोज मंदिर जाता हूं।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि देश के अंदर अभी भी न्याय और संविधान है। सबको इसे मानना पड़ेगा। अगर संविधान, न्याय और अदालतें नहीं होतीं तो आज केंद्र में जिस तरह की सरकार चल रही है वो शायद फांसी पर लटका देती। अरविंद केजरीवाल ने हमसे शुरू में ही कहा था कि हम इस देश की राजनीति को बदलने की कोशिश कर रहे हैं, जो भी यह कोशिश करेगा उसे जेल तो जाना ही पड़ेगा। लेकिन फिर भी कई बार लगता था कि असलियत में ऐसा नहीं हो सकता है अब तो देश आजाद हो गया है। अब किसी के अंदर इतनी द्वेष भावना नहीं होगी। लेकिन हमें पता नहीं था कि ये नेता लोग अपने मन में इतना द्वेष भरकर रखते हैं। सारी पार्टियां देश के लिए काम करने आई हैं। अगर अरविंद केजरीवाल दिल्ली में अच्छा काम कर रहे हैं तो वो भी अच्छा काम कर लें, तो उन्हें रोकने की बजाय ये लोग चाहें तो उनसे अच्छा काम कर लें। जो भी अरविंद केजरीवाल ने किया है उसे कॉपी करके पूरे देश में कर लो। लेकिन ये लोग कहते हैं कि हम कुछ नहीं करेंगे और केजरीवाल को भी नहीं करने देंगे।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि जेल जाने के बाद मैंने कई बार सोचा कि इन लोगों ने मुझे जेल भेज दिया, अरविंद केजरीवाल को जेल भेज दिया। मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को जेल भेज दिया। इन्होंने हमारे तमाम नेताओं को जेल भेज दिया। आम आदमी पार्टी के अंदर ऐसा क्या है कि ये हमारी पार्टी को खत्म करना चाहते हैं। इसके पीछे केवल एक ही कारण है कि इस देश में कई पार्टियां बनीं, लेकिन ये बड़ी-बड़ी पार्टियां भी इनका कुछ नहीं बिगाड़ पाईं। राजनीति पहले जैसे चल रही थी, वैसे ही चल रही है। उस तरह से चलते रहे तो कोई दिक्कत नहीं है। इन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि अरविंद केजरीवाल राजनीति में आए, लेकिन इनके जैसे नहीं बने इसलिए फर्क पड़ता है। इसलिए इन्होंने अरविंद केजरीवाल को तोड़ने पर पूरी जान लगा दी और आम आदमी पार्टी को किसी भी तरह से खत्म करने की कोशिश की। हम सबको इसलिए गिरफ्तार किया गया ताकि पढ़े-लिखे लोग, जो देश के लिए कुछ करना चाहते हैं, वो आगे न आएं। उनको डराने के लिए किया गया।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि जब केस खुलेगा तो सब सामने आ जाएगा। मैं अकेला ऐसा आदमी हूं। मुझे आम आदमी पार्टी ने 21 अप्रैल 2013 को टिकट दिया था और 31 जुलाई तक यानी 10 दिन के अंदर मैंने अपने सारे बिजनेस बंद कर दिए थे। सब कुछ छोड़ दिया था। मैंने कहा कि मैं लोगों की सेवा और अपना बिजनेस चलाना ये दोनों चीजें एक साथ नहीं कर सकता। इस देश में कई एमएलए, एमपी और मंत्री हैं जो आज भी बिजनेस कर रहे हैं। मेरे ऊपर कोई पाबंदी नहीं थी। मैं कोई मंत्री नहीं बन गया था कि मुझे अपना काम छोड़ना बने। लेकिन इसके बावजूद मैंने सबकुछ छोड़ दिया था। मैंने अपने आर्किटेक्ट की प्रैक्टिस भी बंद कर दी थी। मैं अपना सबकुछ त्यागने के बाद राजनीति में आया था।सत्येंद्र जैन ने कहा कि ईडी को इस तथाकथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच करते हुए सात साल हो गए। लेकिन अभी तक जांच चल ही रही है। 24 अगस्त 2017 को सीबीआई ने केस दर्ज किया और सात दिन बाद 31 अगस्त को ईडी ने केस दर्ज कर लिया। इतना समय बीतने के बावजूद ये आज तक अपनी जांच पूरी नहीं कर पाए हैं। अगर इनसे जांच पूरी नहीं हो रही है, तो ये जांच एजेंसियां कर क्या रही हैं? उनका असली मकसद हमें गिरफ्तार करके केवल जेल में रखना था।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि भाजपा वाले ने मुझे तोड़ने के लिए तमाम हथकंडे अपनाए। उन्होंने मुझे सॉलिटरी कंफाइनमेंट में रखने की कोशिश की, ताकि कोई मुझसे मिल न सके या बात न कर सके। यह सबसे गंभीर सजा होती है। हत्या के आरोपी को भी इसमें 15 दिन से ज्यादा नहीं रखा जाता है, जबकि मुझे सॉलिटरी कंफाइनमेंट में महीनों तक रखा गया।तिहाड़ जेल से बाहर आए सीसीटीवी फुटेज के सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि सोचने वाली बात है कि तिहाड़ जेल में हर जगह कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन किसी और चीज की फुटेज बाहर क्यों नहीं आती? वहां के बाकी अपराधियों की वीडियो क्यों नहीं मिलती? केवल सत्येंद्र जैन की फुटेज ही क्यों मिली? ये कहते हैं कि सत्येंद्र जैन जेल में शानदार खाना खा रहे थे, जबकि वहां केवल खीरा, टमाटर, संतरा और केला था। जेल जाने के बाद एक साल तक मैंने अन्न ग्रहण नहीं किया था। जेल में कैंटीन है, जहां से कोई भी पैसे देकर कुछ भी खरीद सकता है। मेरे पास सारे बिल हैं, मैं चाहे तो सब दिखा सकता हूं। ये लोग कह रहे थे कि सत्येंद्र जैन ने बोतल का पानी पिया, जबकि मैंने वह वहीं से खरीदा था। वह सबके लिए है, ये सुविधा केवल मेरे लिए नहीं है। सबके यहां टीवी लगा हुआ था, मेरे पास कोई अलग से टीवी नहीं था। मुझे इन्होंने अलग रखा था। जबकि मैंने बाद में इन्हें लिखकर दिया, डॉक्टरों ने भी कहा कि इन्हें अकेले न रखें, साथ में रख लो। लेकिन ये कहते थे नहीं, अकेले रखेंगे हम इसे तोड़ना चाहते हैं।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि मेरे साथ अत्याचार किया गया। वो वीडियो इन सबकी अति है। डॉक्टर ने मुझे एक महीने के लिए एक्सक्लूसिव बेडरेस्ट दिया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि हम आपको ओपीडी में न रखकर कमरे में रख लेंगे और वहां सुविधा दे देंगे। मैंने उनसे कहा कि मुझे झुकना मना है, मैं कुछ उठा नहीं सकता। मुझे हिलने के लिए भी मना किया गया था। उस दौरान मेरे पैरों में बहुत दर्द था। इसलिए उन्होंने सबकी व्यवस्था की थी। क्या कभी पूरे कपड़े पहनकर मसाज होती है? वो बेचारा फिजियोथेरेपी कर रहा था। लेकिन ये कह रहे हैं कि मसाज करा रहा था। अगर इनमें हिम्मत है तो तिहाड़ जेल के अंदर असल में होने वाली मसाज दिखाएं। ये लोग एक आदमी का इलाज भी नहीं होने देना चाहते थे, क्या उसे मारने की इच्छा थी? अगर मारना था तो ऐसे ही फांसी दे देते। ये लोग गंदी राजनीति करने पर उतर आए हैं।सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगर भाजपा वाले यह बातें कर रहे हैं तो अब इन्होंने वो वीडियो क्यों नहीं चलाई। गुजरात के चुनाव के समय इन्होंने वो वीडियो चलाना शुरू कर दिया। इन्होंने कभी ये नहीं बताया कि सत्येंद्र जैन ने एक साल तक खाना नहीं खाया। मेरा वजन 40 किलो तक कम हो गया था। बीच में जब मैं बाहर आया तो डॉक्टरों को डर था कि कहीं मैं मर न जाऊं। इन लोगों ने कभी ये नहीं बताया कि सत्येंद्र जैन मर सकता था।