राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने आराम पर होने के कारण जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से बात नहीं की
बेबी चक्रवर्ती : सोमवार को 12 जूनियर डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से चर्चा करने राजभवन गया था, लेकिन राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो पायी. राजभवन से बाहर आकर पत्रकारों से मुखातिब हुए जूनियर डॉक्टरों ने कहा, “वह आराम कर रहे थे लेकिन थोड़ी देर बाद हमने उन्हें एक प्रतिनिधिमंडल सौंपा. हमने सीबीआई की चार्जशीट के संबंध में अपनी मांगें बताईं.” जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि राज्यपाल से मुलाकात के बाद उन्होंने प्रतिनियुक्ति देने के अलावा कुछ नहीं कहा. हालांकि राज्यपाल से तो उनकी बात नहीं हुई, लेकिन राजभवन के अन्य अधिकारियों से बातचीत के सिलसिले में उनकी सीबीआई से नाराजगी जाहिर हो गयी. हालांकि राजभवन आकर राज्य पाल से बात नहीं करने पर चुनिया के डॉक्टर ज्यादा खुश नहीं हैं.
इस बीच मुख्य सचिव मनोज पंत ने दावा किया कि डॉक्टरों की मांग के अनुरूप काम चल रहा है. उनके सात दावों पर काम पूरा होने वाला है. लेकिन जूनियर डॉक्टरों ने मुख्य सचिव के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि 90 फीसदी काम नहीं हुआ है. सरकार की ओर से झूठे दावे किये जा रहे हैं. उनके मुताबिक बताए गए सातों दावे बेबुनियाद हैं. इस संबंध में सेंट्रल रेफरल सिस्टम, जूनियर डॉक्टरों द्वारा डिजिटल डिस्प्ले के साथ पायलट स्तर पर कुछ काम किया गया है। लेकिन ऐसा दक्षिण 24 परगना के कुछ जिलों में भी हुआ। उन्होंने मांग की कि इन्हें पूरे राज्य में लागू किया जाना चाहिए. लेकिन केवल विशिष्ट जिलों का उल्लेख नहीं किया गया है।
जूनियर डॉक्टरों ने एक बार फिर सरकार की सद्भावना की कमी की आलोचना की. जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हम वहां ऐसा कर रहे हैं जहां हमारे साथी जवान 215-216 घंटे से अनशन कर रहे हैं. इसमें मानवता और सद्भावना का अभाव दिखता है.
संयोग से, राज्यपाल ने इससे पहले दुर्गा पूजा के छठे दिन जूनियर डॉक्टरों से मुलाकात की थी.