ग्रेटर नोएडा। दनकौर थाना क्षेत्र के अंतर्गत 13 दिन से लापता व्यापारी के बेटे का शव को पुलिस ने नहर से बरामद कर लिया है। 30 जनवरी को युवक को उसके दोस्तों ने बुलाया और उसके बाद उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया था। लगातार परिवार के लोग पुलिस पर युवक की तलाश के शव की तलाश का दवाब बना रहे थे जिसके चलते पांच टीमों का गठन किया गया था।
दरअसल, बिलासपुर कस्बे से किराना व्यापारी अरूज़ सिंघल के बेटे वैभव (19) के अपहरण के मामले में पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया और इलेक्ट्रॉनिक में सर्विस लांस व गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने टीमों का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। जिसके बाद 7 फरवरी को धनोरी से शका की ओर जाने वाले रास्ते पर पुलिस को कुछ संदिग्ध आते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने जब दोनों संदिग्धों को रोकने का प्रयास किया तो वह नहीं रुके और उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी पुलिस ने बचाव करते हुए फायरिंग की। जिसमें बिलासपुर निवासी एक बदमाश माज पठान को पुलिस मुठभेड़ में गोली लग गई थी वही उसके साथ ही पुलिस ने एक बाल अपचारी को कॉम्बिंग के दौरान गिरफ्तार किया था। दोनों युवकों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने वैभव की हत्या और अपहरण की बात स्वीकार की थी।
बता दे कि बिलासपुर निवासी किराना व्यापारी अरुण सिंघल का इकलौता बेटा 16 वर्षीय वैभव 30 जनवरी की शाम को लापता हो गया जिसके बाद परिजनों ने 31 जनवरी को दनकौर थाने में गुमशुद की दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जा शुरू की जिसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार किया पुलिस की पूछताछ में दोनों ने अपहरण में हत्या की घटना को स्वीकार की।
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वैभव की हत्या कर उसके शव को हिनौती नहर के पास फेंक दिया है। पुलिस ने शव की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम सहित अन्य पांच टीमों का गठन किया। जिसके बाद जनपद बुलंदशहर, मथुरा, आगरा और अलीगढ़ आदि जनपदों की तरफ जाने वाली नहर से एवं उनकी ब्रांच नहरों में युवक के शव की तलाश शुरू कर दी। रविवार को पुलिस ने चचूरा पुलिया से कुछ दूरी पर मार्ट ब्रांच से युवक का शव बरामद कर लिया है।